योगासन के प्रकार जानिये।

शरीर अगर fit हो और मन खुश हो तभी तो ये दुनिया खूबसूरत लगती है| वरना लोगों को आपने कहते सुना होगा की धरती पर नर्क है| ऐसा बहुत बार देखा गया है की इंसान शारीरिक रूप से कष्ट में होता है| जिसकी वजह से उसे कुछ भी अच्छा नहीं लगता है| वो परेशान रहता है|

यहां तक की वो इसके उपाय के लिए doctor से लेकर तांत्रिक तक के चक्कर काटने लगता है| क्या आप जानते हैं, जिस तरह से ज़िंदा रहने के लिए खाने की जरूरत होती है|

ठीक उसी तरह से हमारे शरीर को फिट रखने के लिए exercise की भी जरूरत होती है| आइए आज हम आपको कुछ योगासन के प्रकार बताते हैं जो आपको healthy रखने में help करेगा|

योगासन क्या है?

आपको बता दें, योगासन दो शब्दों से मिलकर बना है| पहला है योग और दूसरा है आसन| योग का अर्थ है समाधि और आसन योग का ही एक अभिन्न अंग कहलाता है| योगासन का मतलब होता है शक्ति और अवस्था|

कहने का तात्पर्य ये है की योगासन एक ऐसी अवस्था है जिसमें लोग अपनी सुविधा के अनुसार और शारीरिक क्षमता को ध्यान में रखते हुए ऐसी स्थिति में योग करने की कोशिश करते हैं जो उन्हें सबसे सरल लगे और साथ ही उन्हें फायदा भी पहुंचे|

योगासन करने से पहले इन बातों का रखें ख़याल

  • जिस स्थान पर आप योगासन करें वहां का वातावरण साफ़ सुथरा होना चाहिए|
  • आपको खाली पेट ही कोई भी योगासन करना चाहिए|
  • योगासन करने के लिए ऐसे स्थान का चयन करें जो समतल हो|
  • बहुत से लोग योगासन करते समय मुंह से सांस लेते हैं जो कि गलत है| आपको योगासन करते समय हमेशा नाक से ही सांस लेनी चाहिए और नाक से ही सांस को छोड़ना चाहिए|
  • चाहे आपको कितना भी अभ्यास हो गया हो लेकिन योगासन को आप धीरे धीरे करने का प्रयास करें|
  • जब आप योगासन कर लें तो कुछ देर के लिए आपको शवासन में लेट जाना चाहिए| ऐसा करने से आपकी body पूरी तरह relax हो जाएगी|
  • जब आप आसन कर रहे हों और आपके शरीर में दर्द का अनुभव हो तो आप योगासन तुरंत बंद करें|
  • हमेशा ध्यान रखें कि योगासन करने के तुरंत बाद आपको खाना नहीं खाना है| आधे या एक घंटे के गैप के बाद ही आप खाना खाएं|
  • अगर आप पहली बार योग की क्रिया कर रहे हैं तो आपको इस बात का ध्यान रखना है की आपको अकेले कोई भी योगासन करने का प्रयास नहीं करना है| बेहतर यही होगा की आप किसी प्रशिक्षित योग शिक्षक की देखरेख में ही योगासन की शुरुआत करें| अगर आप ने अकेले ही योगासन करना शुरू कर दिया और गलत movement हो गई तो आपको इसका काफी ज्यादा नुकसान भी झेलना पड़ सकता है|

योगासन के प्रकार

ताड़ आसान

Tadasana

दोस्तों, ताड़ासन का नाम ताड़ के पेड़ को देखते हुए रखा गया है| इस योग की अंतिम स्थिति में शरीर ताड़ के पेड़ की तरह ही लगता है| इस आसान को करने से हमारा शारीरिक और मानसिक संतुलन बना रहता है| जैसे ही आप इस आसान को करना शुरू कर देंगे, वैसे ही शरीर के posture में धीरे धीरे सुधार आने लगेगा| 

शायद ही आप में से कुछ लोग ये जानते हों की ताड़ासन हमारे घुटनों, टखनों और जांघों को मजबूती प्रदान करता है| अगर आप नियमित रूप से ताड़ आसान करेंगे तो आपके रीढ़ की हड्डी में एक खिंचाव सा आ जाएगा| 

अगर आपको रीढ़ की हड्डी से सम्बन्धित किसी भी प्रकार का विकार हो गया है| तो वो तुरंत ठीक हो जाएगा| अगर आप regularly ताड़ासन करते हैं तो आपको साइटिका से जल्द राहत मिल जाएगी|

इसके साथ ही ये आसान आपकी तंत्रिकाओं और मांसपेशियों को फैलाने का काम करता है जिसके कारण आप बाकी आसान भी बड़ी ही आसानी से कर पाते हैं|

जिन बच्चों की height किन्ही कारण वश छोटी रह जाती है उनकी height बढ़ाने के लिए ताड़ासन रामबाण का काम करता है| लगातार आभयास से कुछ ही महीनों में बच्चों की height बढ़ने लगती है|

ताड़ासन की विधि

इसके लिए सबसे पहले आपको अपने दोनों पैरों को थोड़ा सा खोल लेना है यानी फैला लेना है| सुनिश्चित कर लें की आपका वजन दोनों पैरों पर बराबर पड़े|

अब सांस को भीतर की ओर खींचते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर की तरफ ले जाने की कोशिश करें| ध्यान रखें की आपके हाथ एकदम सीधे हों|

अब आप हथेलियों को आसमान की ओर करते हुए दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में मिला लें|

अब आपको शरीर को पंजे के बल ऊपर उठाना है और आसमान की ओर खींचना है|

अपनी खंता अनुसार इस स्थिति में बने रहने के बाद धीरे धीरे सामान्य स्थिति में आप वापस आना शुरू कर सकते हैं|

एक बार में कम से कम 6 बार इस क्रिया को दोहराएं|

हस्तोत्तान आसन

hastottanasana

Friends, इस आसन का नाम दो शब्दों से मिलकर बना है| हस्त का अर्थ है हाथ तथा उत्तान का अर्थ है ऊपर उठाना| इस प्रकार नाम से ही पता चल रहा है की इस आसन में हमें अपने हाथों को ऊपर की ओर उठाना होता है| ये योगासन करने से आपके पूरे शरीर में खिंचाव आ जाता है|

आपकी मांसपेशियां भी तंदुरुस्त बनाए रखता है| जो लोग अपने बढे हुए वजन से परेशान हैं उनके लिए ये योगासन बहुत ही लाभदायक है| इसके अलावा kidney को ठीक रखने में भी ये आसन मदद करता है| इसके अलावा आपके वजन कम करने में भी सहायक है|

इसके अतिरिक्त अगर आपकी पीठ में दर्द हो रहा है तो इस आसन को करने से कुछ ही मिनटों में आपको पीठ के दर्द से आराम मिल जाएगा| इसके अतिरिक्त आपको गर्दन के दर्द में भी आराम दिला सकता है ये आसन| जिन लोगों को कब्ज़ की शिकायत है उन्हें भी हस्तोत्तान आसन रोजाना करना चाहिए|

इससे उनकी कब्ज़ की दिक्कत हमेशा के लिए दूर हो जाएगी| इस योगासन को करने से आपकी कमर पर जमा चर्बी घाट जाएगी और आपकी कमर slim दिखाई देने लगेगी| ये आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और फेफड़ों से संबंधित समस्या में भी लाभदायक है|

ऐसे करें हस्तोत्तान आसन

इसके लिए आपको सबसे पहले अपने पैरों को आपस में जोड़ लेना है और जमीन पर खड़े हो जाना है| आप चाहें तो ताड़ासन की मुद्रा में भी खड़े हो सकते हैं|

अब आपको सांस अंदर की ओर खींचते हुए अपने हाथों को सिर के ऊपर ले जाना है| साथ ही आपको अपने दोनों हाथों की उँगलियों को आपस में जोड़ लेना है|

इस बात का आपको ख़ास ख़याल रखना है की आपके हाथ आपके सर से सटे हुए होने चाहिए| इससे आपको अपने पेट के बगल वाले हिस्से में ज्यादा खिंचाव महसूस होगा और आपको लाभ भी अधिक होगा|

अब अपनी सांस छोड़ते हुए कमर से बाईं और आपको झुक जाना है|

आपको कुछ देर ऐसे ही रहना है| इस दौरान धीरे धीरे सांस लेना है और धीरे धीरे छोड़ना है|

इसके बाद आपको सांस लेते हुए वापिस सामान्य अवस्था में आ जाना है|

अब इसी प्रक्रिया को दाईं और से दोहराना है| दोनों ओर मिलाकर एक चक्र कहलाता है| इस प्रकार से आपको दिन में कम से कम तीन चक्र इस आसन को करना है|

कटिचक्रासन

katichakrasana

इस आसन का नाम दो शब्दों से मिलकर बना है| कटी और चक्र| इसमें कटी का अर्थ है कमर और चक्र का अर्थ है पहिया| जब हम इस आसान को करते हैं तो हमारी कमर एक पहिए के समान घूमती है| यही कारण है की इसका नाम कटिचक्रासन रखा गया है| चलिए अब इस आसान से आपको क्या लाभ होगा इसके बारे में भी जान लेते हैं|

कटिचक्रासन के फायदे

दोस्तों, जैसा की आप जानते हैं, जो लोग मोटापे का शिकार हैं उन्हें अपनी life में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है| अगर आप भी इन समस्यायों से जूझ रहे हैं तो आपको नियमित रूप से कटिचक्रासन करना चाहिए| इस आसन को करने से आपका वजन कम हो जाएगा|

इसके अलावा आपकी कमर को पतला और flexible बनाने के लिए भी बहुत कारगर है|

अगर आप regularly कटिचक्रासन की practice करते हैं तो आपको सांस सम्बन्धी जितनी भी परेशानियां हैं उनसे राहत मिल जाएगी|

इन दिनों लोगों को fast food खाने की लत सी लग गई है| लोग टाइम बचाने के लिए कुछ भी चुटुर पुटुर खा लेते हैं भले ही वो healthy हो या नहीं| इसी कारण आज बहुत से लोगों को कब्ज़ की शिकायत होने लगी है| 

अगर आपको भी है कबज़ तो आज और अभी से कटिचक्रासन करना शुरू कर दीजिए| आप देखेंगे कुछ ही हफ्तों में आपकी कब्ज़ की problem ख़त्म हो जाएगी|

जिन लोगों को तपेदिक यानी TB की शिकायत है उन्हें भी रोजाना इस योगासन का अभ्यास करना चाहिए| ऐसा करने से उन्हें TB से बहुत ही जल्द आराम मिलेगा|

पसलियों को मजबूती प्रदान करने के लिए भी कटिचक्रासन को किया जाता है|

इसके अलावा अगर आपको अपनी पीठ, कंधे, जांघों को मजबूत करना है तो उसके लिए भी कटिचक्रासन से बेहतर कोई आसन हो ही नहीं सकता है|

निष्कर्ष (Conclusion)

दोस्तों, आज हमने आपको अपने इस article के माध्यम से योगासन के प्रकार की जानकारी दी है| योगासन के प्रकार के बारे में हो सकता है बहुत से लोग जानते हों लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो योगासन के प्रकार के बारे में नहीं जानते हैं|

हमने आपको ताड़ आसन से होने वाले फायदों के बारे में बताया| ताड़ आसन को करनी की विधि के बारे में भी जानकारी दी| इस article में हमने आपको ये भी बताया की कटिचक्रासन और हस्तोत्तान आसन करने से आपको क्या benefits मिल सकते हैं|

उम्मीद करते हैं, आपको हमारा ये article पसंद आया होगा और इससे आपको काफी कुछ नया सीखने को मिला होगा| आपसे फिर होगी मुलाकात एक नई जानकारी के साथ|

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