Varnmala in Hindi|Hindi Varnmala|Varnmala Kise Kahate Hain

आज हम आपको Varnmala के बारे में बताने जा रहे हैं| हमें यकीन है इस article को पढ़कर आप Hindi Varnmala के बारे में अच्छे से जान जाएंगे| Varnmala In Hindi से जुड़े आपके जितने भी doubt हैं वो अब clear हो जाएंगे| हमारे साथ last तक बने रहिए| चलिए शुरू करते हैं|

Definition of Varnmala

Varnmala को समझने से पहले आपको ये समझना होगा की वर्ण किसे कहते हैं| भाषा की सबसे छोटी इकाई को वर्ण कहते हैं| इसके और टुकड़े नहीं किए जा सकते हैं| इस प्रकार भाषा की सबसे छोटी यानी वर्णों के समूह को varnmala कहा जाता है|

आपको बता दें, इसमें 48 वर्ण और 11 स्वर शामिल होते हैं| हालांकि कुछ लोग स्वरों की संख्या 13 बताते हैं| हिंदी वर्णमाला में व्यंजनों की संख्या 33 होती है जबकि कुल व्यंजन 35 होते हैं| दो अयोगवाह और दो उच्छिप्त व्यंजन होते हैं|

स्वर क्या होते हैं?

ऐसी ध्वनि जो बिना किसी अन्य वर्ण की सहायता से बोले जाती है वो स्वर कहलाते हैं| English में स्वर को vowel कहते हैं|

व्यंजन किसे कहते हैं?

ऐसी ध्वनि जिसके उच्चारण के लिए किसी स्वर की जरूरत पड़ती है उन्हें व्यंजन कहते हैं|

व्यंजन कितने प्रकार के होते हैं?

स्पर्श व्यंजन (Sparsh Vyanjan),

अंतस्थ व्यंजन (Antasth Vyanjan),

ऊष्म व्यंजन (Ushm Vyanjan),

आगत व्यंजन (Agat Vyanjan),

संयुक्त व्यंजन (Sanyukt Vyanjan)

स्वर कितने प्रकार के होते हैं?

दोस्तों, हिंदी वर्णमाला के अनुसार स्वर को तीन भागों में बांटा गया है जो हैं : –

हृस्व स्वर (एक मात्रिक) :

जिन स्वरों को बोलने में कम समय अर्थात एक मात्रा का समय लगता है उन्हें ह्रस्व स्वर कहते है। अर्थात ऐसे स्वर जिन स्वरों के उच्चारण में कम से कम समय लगता है उन्हें हिंदी वर्णमाला में ह्रस्व स्वर की संज्ञा दी जाती है| इन स्वरों को कई बार मूल स्वर भी कह दिया जाता है| अब एक नजर उदाहरण पर भी डाल लेते हैं| 

उदाहरण : –

अ, इ, उ, ऋ।

दीर्घ स्वर (द्विमात्रिक) :

अगर दीर्घ स्वर की बात की जाए तो जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वरों से दुगुना समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं। हिंदी वर्णमाला में इन स्वरों की संख्या सात होती है जो इस प्रकार हैं : – आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ।

प्लुत स्वर (त्रिमात्रिक) :

आपको बता दें, ऐसे स्वर जिनके उच्चारण में दीर्घ और ह्रस्व स्वरों से भी ज्यादा समय लगता है उन्हें प्लुत स्वर की संज्ञा दे दी जाती है| इस प्रकार के स्वरों का उपयोग अक्सर किसी को दूर से बुलाने के लिए किया जाता है|

वाक्य क्या होता है?

भाषा की सबसे सार्थक इकाई को वाक्य कहते हैं|

व्यंजनों को कितने वर्गों में बांटा गया है?

पांच वर्गों में बांटा गया है जो इस प्रकार हैं : –

कवर्ग : क, ख, ग, घ, ङ

चवर्ग : च, छ, ज, झ, ञ

टवर्ग : ट, ठ, ड, ढ, ण

तवर्ग : त, थ, द, ध, न

पवर्ग : प फ, ब, भ, म

हिंदी भाषा की वर्णमाला किस लिपि में लिखी गई है?

देवनागरी लिपि में लिखी गई है|

वर्णमाला को english में क्या कहते हैं?

दोस्तों, english language में वर्णमाला को alphabets कहा जाता है|

भाषा और बोली में अंतर क्या होता है?

भाषा और बोली का सबसे पहला अंतर तो यही होता है की भाषा व्याकरण के आधार पर बोली जाती है लेकिन बोली के लिए ऐसा कोई बंधन नहीं होता है|

जब भी हम कोई भाषा लिखते हैं तो उसके लिए एक लिपि निश्चित होती है| उसी लिपि के आधार पर कोई भी भाषा लिखी जाती है| लेकिन अगर बोली की बात करें तो बोली लिखने के लिए किसी भी प्रकार की लिपि का प्रयोग नहीं किया जाता है|

भाषा और बोली का एक और अंतर ये है की भाषा विस्तृत होती है| तो वहीं बोली का क्षेत्र सीमित ही होता है|

भाषा नियम पर आधारित होती है जबकि बोली के लिए कोई नियम नहीं बना होता है|

निष्कर्ष (Conclusion)

दोस्तों, आज हमने आपको बताया की Varnmala Kise Kahate Hain| हम जानते हैं, अब आपको Hindi Varnmala के बारे में कोई भी, किसी भी प्रकार का doubt नहीं रह गया होगा| इस article में हमने आपको ये भी बता दिया है की स्वर क्या होते हैं? स्वर के प्रकार कितने हैं? ह्रस्व स्वर, दीर्घ स्वर और प्लुत स्वर की परिभाषा क्या है इस बात की भी जानकारी आपको हमारे इस आर्टिकल में मिल गई है| एक नई जानकारी लेकर आपके बीच फिर से हाजिर होंगे बहुत जल्द|

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