खुबानी के 12 गुणकारी फायदे |Khubani Ke 12 Gunkaari Fayde

नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट पर। आप सभी की हमें चिंता लगी रहती है। तभी हम आपके लिए सेहत का पिटारा लाते रहते हैं। दोस्तों, आज हम आपसे चर्चा करने वाले हैं खुबानी के बारे में। 

इसे ही अंग्रेजी में एपरीकाॅट भी कहा जाता है। आज हम आपको बताएंगे कि खुबानी खाने से आपको क्या फायदे हो सकते हैं? खुबानी एक गुठली युक्त फल होता है। इसकी खासियत यह है दोस्तों, कि खुबानी को हम कच्चा भी खा सकते हैं और इसे हम ड्राईफ्रूट के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। 

खुबानी में भरपूर मात्रा में पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। खुबानी खाना हमारी सेहत के लिए लाभदायक है। शायद आप में से बहुत कम लोग यह जानते होंगे कि खुबानी को आयुर्वेद में औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। 

आइए इसे गहराई से समझते हैं कि खुबानी कहते किसे हैं और खुबानी को अलग-अलग भाषाओं में किन किन नामों से जाना जाता है। किन बीमारियों को ठीक करने में खुबानी मदद करता है इसके बारे में भी हम आपको इस लेख में बताने वाले हैं।

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खुबानी कैसा होता है?

सबसे पहले जान लेते हैं कि खुबानी आखिर कैसा होता है? खुबानी का जिक्र अष्टांग-हृदय संहिता, सुश्रुत संहिता और चरक संहिता में भी अन्य मेवों जैसे मखाना, अखरोट आदि के साथ किया गया है।

आड़ या प्लाम जैसा दिखने वाला फल खुबानी का छिलका हल्का सा मुलायम और खुरदरा जैसा होता है। आयुर्वेद में कहा गया है कि खुबानी मीठा होता है। इसकी तासीर गर्म होती है। खुबानी को गुणों की खान भी कहा जा सकता है। यह वात और कफ दोषों को दूर करता है। आइए अब जानते हैं खुबानी को अन्य भाषाओं में क्या कहा जाता है।

खुबानी का नाम अन्य भाषाओं में (Various Names of apricot in different languages)

दोस्तों, खुबानी को अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। खुबानी का बोटैनिकल नेम है प्रूनस आरमीनिआका। खुबानी रोजेसी कुल का होता है। इंगलिश में खुबानी को एप्रीकौट कहा जाता है। 

इसके अलावा संस्कृत भाषा में खुबानी को उरुमाण कहा जाता है। हिन्दी में खुबानी का नाम है जरदालू। इसे हिन्दी में चिलू भी कहते हैं। खुबानी उर्दू भाषा का शब्द है। कश्मीरी भाषा में खुबानी को कहते हैं गरडालू, जर्दालु और चेरकिश।

नेपाली भाषा में खुबानी को ही खुर्पानी कहते हैं। पंजाबी भाषा में खुबानी को कहते हैं हरि, सरी और चुली। अंग्रेजी में इसे काॅमन एप्रीकौट भी कह देते हैं। अरबी भाषा में खुबानी को बिनकफक और किशानिश कहा जाता है। 

पारसी भाषा में इसे मिश-मिश और जरदालु के नाम से जाना जाता है। अब इतने सारे नाम हैं खुबानी के तो खुबानी के फायदे कम कैसे हो सकते हैं? आइए इसके फायदों पर भी एक नजर डाल लेते हैं।

Khubani ke fayde

खुबानी के फायदे (Benefits of Apricot)

खुबानी में बहुत से ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारी बाॅडी के लिए हेल्पफुल हैं। जैसे Vitamin C, Vitamin E, Vitamin A आदि। आयुर्वेद के अनुसार बहुत से रोगों को ठीक करने में खुबानी कारगर है।

1. कान दर्द में फायदेमंद (Benefits of Apricot in ear pain in hindi)

दोस्तों, अकसर ये देखने में आता है कि सर्दी में लोगों को कान में दर्द की समस्या हो जाती है। या फिर कई बार कान में पानी चले जाने पर भी कान में दर्द होने लगता है। 

ऐसे में अगर आप खुबानी खाते हैं तो आपके कान का दर्द गायब हो जाएगा। या आप चाहें तो खुबानी के बीज के तेल की 1 या 2 बूंद भी कान में डाल सकते हैं। इससे आपको कान के दर्द से तुरंत राहत मिल जाएगी।

2. खांसी से आराम

जब भी कभी मौसम में बदलाव आता है तो लोगों को जो सबसे ज़्यादा समस्या होती है वो खांसी की ही होती है। ऐसे में खुबानी रामबाण का काम करती है। 

आपको करना बस इतना है कि खुबानी के फूल के चूर्ण में कालीमिर्च और अदरक मिलाकर काढ़ा बना लें। इसका लगातार सेवन करने से आपकी खांसी कुछ ही दिनों में दूर हो जाएगी। इतना ही नहीं, सांस लेने में अगर आपको असुविधा हो रही है तो उससे भी आपको निजात मिल जाएगी।

3. दस्त से आराम

जिन लोगों को दस्त की शिकायत है उन्हें चाहिए कि वे रेगुलरली खुबानी का सेवन करें। इससे आपको दस्त की समस्या से आराम मिलता है। दस्त की समस्या खाने में संतुलन बिगड़ने से ही होती है।

दस्त को रोकने के लिए आपको खुबानी के बीज का काढ़ा बनाकर 15 से 20 मिलीग्राम की मात्रा में उसे पी लेना चाहिए।

4. बार बार प्यास लगना (मुंह सूखना)

बहुत बार ऐसा देखा गया है कि कुछ दवाईयों के साइड इफेक्ट के कारण हमें बार-बार प्यास लगने लगती है यानी हमारा मुंह सूखने लगता है। ऐसा भी हो सकता है कि यह किसी बीमारी के लक्षण (symptom) के रूप में हो रहा हो। महिलाओं में menopause के दौरान कई बार ऐसा होता है। खुबानी का सेवन करने से आपकी ये problem दूर हो जाएगी।

5. गठिया में आराम

जिन लोगों को काफी लंबे समय से गठिया की समस्या बनी हुई है। वे लोग भी खुबानी का सेवन करके गठिया से छुटकारा पा सकते हैं। आप ऐसे special घी का सेवन करें जिसमें खुबानी तथा अन्य पोषक तत्व मौजूद हों। आप अपने Doctor से पूछ कर ही इसका सेवन करें तो ज़्यादा बेहतर होगा।

6. अल्सर में फायदा

जिन लोगों को अल्सर की शिकायत बनी रहती है उन्हें भी चिकित्सकों द्वारा खुबानी का सेवन करने की सलाह दी जाती है। खुबानी के बीज का तेल इस्तेमाल करके उन्हें जल्द ही अल्सर से छुटकारा मिल सकता है।

Dry Apricots

Khubani

Pros of Dry Apricots

  • Good Product
  • Great Taste
  • Value For money

Cons of Dry Apricots

  • Delivery takes time.

7. रूखी त्वचा में कारगर

दोस्तों, ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें गर्मी के दिनों में स्किन ड्राइनेस की प्राॅबलम हो जाती है। इसका कारण है प्रदूषण और असंतुलित खान-पान। ऐसे में अगर हम खुबानी के तेल को अपनी स्किन पर लगाते हैं तो हमारी स्किन में नमी बनी रहेगी और स्किन ज़्यादा ड्राई नहीं होगी।

8. शारीरिक दुर्बलता

ऐसे लोग जिन्हें किसी भी प्रकार की शारीरिक दुर्बलता महसूस हो रही है, वो खुबानी के तेल से मालिश करें तो उनकी से समस्या दूर हो सकती है। आप चाहें तो कमजोरी को दूर करने के लिए एक चम्मच खुबानी के तेल को दूध में डाल कर भी पी सकते हैं।

9. जोड़ों का दर्द

किसी व्यक्ति को अगर जोड़ों में लंबे समय से दर्द बना हुआ है। सीढ़ी चढ़ने या हलका सा चलने पर भी बहुत दर्द हो रहा है। तो उन्हें चाहिए कि खुबानी के बीज के तेल की मालिश करें। इससे उनको जल्द ही आराम मिल जाएगा।

10. बर्न पेन से राहत

यदि कोई व्यक्ति आग की चपेट में आ गया है और उसकी स्किन जल गई है तो उस जलन को ठीक करने में भी खुबानी के बीज का तेल लगाना लाभदायक होता है।

11. येलो फीवर में राहत

येलो फीवर या पीला ज्वर बहुत ही खतरनाक बीमारी होती है। इस गंभीर बीमारी को ठीक करने में भी खुबानी का सेवन करना फायदेमंद होता है।

12. कृमिनाशक खुबानी 

ये बच्चे किन्ही कारणवश कृमी की problem फेस कर रहे हैं। उन्हें चाहिए कि वे लगातार कुछ दिनों तक खुबानी के बीजों का सेवन करें। इससे उन्हें जल्दी ही कृमि से राहत मिलेगी।

निषकर्ष: (Conclusion)

तो दोस्तों आपने आज के भाग में जाना कि खुबानी का सेवन करने से हमें कितने लाभ मिलते हैं। साथ ही आपने ये भी जाना कि खुबानी को अलग-अलग भाषाओं में किन किन नामों से जाना जाता है। फिर मिलेंगे एक और नई जानकारी के साथ। धन्यवाद।